नमस्ते दोस्तों आपका स्वागत है। हमारी वेबसाइट पर इस बार हम आपके लिए लाए हैं Alone Shayari in Hindi जो आपको बहुत पसंद आएगी। ये Shayari बाकी सभी Shayari से अलग और दमदार हैं।
आपने भी अपनी जिंदगी में कभी ना कभी अकेला पन महसूस किया होगा। अगर आप भी अकेले पड़ गए हैं आप एकदम सही जगह पर आए हैं। क्योंकि ये पोस्ट आपके अकेले पन को Shayari में अदा करेगी।
Alone Shayari in Hindi
कितनी अजीब है इस शहर की तन्हाई भी,
हजारो लोग है मगर कोई उस जैसा नहीं है!
कभी मिल सको तो बेवजह मिलना,
वजह से मिलने वाले तो ना जाने,
हर रोज कितने मिलते है।
आज इतना तनहा महसूस किया खुद को,
जैसे लोग दफना कर चले गए हो!
किसके साथ चलूं किसकी हो जाऊं,
बेहतर है अकेली रहूँ और तनहा हो जाऊं!
कैसे गुजरती है मेरी हर एक शाम तुम्हारे बगैर,
अगर तुम देख ते तो कभी तनहा न छोड़ते मुझे!
जानता पहले से था मै लेकिन एहसास अब हो रहा है,
अकेला तो बहुत समय से हूँ मैं पर महसूस अब हो रहा है!
अकेले चलना है अब मुझे इस राह पर,
कोई तो अपना होगा इस जहां में कहीं।
पता तो मुझे भी था कि लोग बदल जाते हैं पर मैंने तुम्हें उन लोगों में गिना ही नहीं था
आज कुछ अजनबी सा अपना वजूद लगता है,साथ है सब मगर दिल क्यों अकेला सा लगता है !
हर कोई यहां खुशी की तलाश में है,
पर मेरा अकेलापन ही अब मेरा सुकून बन गया है।
Alone Shayari 2 Lines
इस दुनिया की सच्चाई और राजजितना कम जानोउतना ज्यादा ही अच्छा है..
जनाब तुम मोहब्बत की बात करते हो हमने तो दोस्ती में भी धोखे खाएं हैं
ना आंसुओ से छलकते हैना कागज़ पर उतारते हैंदर्द कुछ होते हैं ऐसे जोबस भीतर ही भीतर पालते है।
ना आंसुओ से छलकते हैना कागज़ पर उतारते हैंदर्द कुछ होते हैं ऐसे जोबस भीतर ही भीतर पालते है।
अब थोड़ा जल्दी कामयाब कर दे ऐ खुदा.. अब घर के बुरे हालात देखे नहीं जाते
दिल में जलन आंखों में तूफान हैहमेशा खुश रहने वाला शख्सआज बहुत परेशान है ..! !
भीड़ में भी हम अकेले रह गए,
अपनों के बीच भी अजनबी बन गए।
दर्द की आदत सी हो गई है,
अब तो तन्हाई भी अपनी सी लगती है।
मुझको मेरे अकेलेपन से अब,
शिकायत नहीं है मैं पत्थर हूँ मुझे,
खुद से भी मुहब्बत नहीं है।
कैसे गुजरती है मेरी हर एक शाम,
तुम्हारे बगैर अगर तुम देख लेते तो, कभी तन्हा न छोड़ते मुझे।
अकेले ही सहना अकेले ही रहना होता है,
अकेलेपन का हर एक आँसू अकेले ही पीना होता है।
Alone Shayari For boy
दोस्तों की कमी नहीं,
पर दिल में फिर भी एक सूनापन है।
अकेले रहकर समझ आया,
खुद से बड़ा कोई हमसफर नहीं।
जब से तन्हाई से दोस्ती की है,
हर खुशी से मुलाकात हो गई है।
सितारों से भरी इस रात में,
अकेलापन ही मेरी बातें सुनता है।
जीवन के इस मोड़ पर,
अकेलापन ही मेरा रहबर है।
खुशियाँ बिखेरने की कोशिश में,
मैंने अपना सुकून खो दिया, अब हर पल अकेलापन साथ है।
मैंने खुद को पहचाना है अकेलेपन की इस गहराई में।
उसके जाने के बाद,
मेरी दुनिया में बस एक सन्नाटा है, जो मेरे साथ रहता है।
तन्हा रातें कुछ इस तरह से डराने लगी मुझे,
अबतो मैं खुद अपने पैरों की आहट से डर गया !
अकेले होने का अर्थ है अपने साथ खुद
की गहराईयों में यात्रा करना।
Alone Shayari for Girl
मेरा और उस चाँद का मुकद्दर एक जैसा है,
वो तारों में तन्हा है और मैं हजारों में तन्हा।.
तुम जब आओगी तो खोया हुआ पाओगी मुझे
मेरी तन्हाई में ख्वाबों के सिवा कुछ भी नहीं.
इस दिल में जगह मांगी थी मुसाफिर की तरह
उसने तन्हाईयों का एक शहर मेरे नाम कर दिया.
ऐ शम्मा तुझपे ये रात भारी है जिस तरह,
हमने तमाम उम्र गुजारी है उस तरह।.
हमारे पास न बैठो
हमारी तन्हाइयाँ खफा होती हैं
तन्हाइयों का एक अलग ही मजा है
इसमें डर नहीं होता किसी के छोड़ जाने का.
तन्हाई की यह रात अब कटती भी नहीं है
तकिया से लिपट जाती हूँ बच्चों की तरह मैं.
ख्वाबों की तरह बिखर जाने को जी चाहती है
ऐसी तन्हाई है कि मर जाने को जी चाहती है.
हम अंजुमन में सबकी तरफ देखते रहे,
अपनी तरह से कोई हमें अकेला नहीं मिला!
मौत देखते ही रह गई,
जिंदगी ने ही मुझे मार डाला..!!!
Alone Shayari Love
चाँद से बातें करता हूँ रोज़,
क्योंकि धरती वाले सुनना छोड़ चुके हैं।
अकेलेपन की रातें अब दोस्त बन गई हैं,
यादें ही वो मोमबत्ती हैं जो जलती रहती हैं।
वफा का दावा करने वालों ने,
मेरे दिल को बाज़ार बना डाला।
तुम्हारे वादों की रौशनी में,
मैंने अपने सपने जलाए,
पर तुम तो खुद अँधेरे का साथ ले गए।
बेवफाई की नदी में डूब गया इश्क़,
अब तट पर बस खाली वादों के काग़ज़ बहते हैं।
तुम्हारे बिना जीना सीख लिया,
पर तुम्हारे साथ जीने का सपना नहीं भुलाया।
मोहब्बत की कहानी अधूरी रह गई,
क्योंकि तुमने किताब बंद कर दी।
तुम्हारे लिए लिखे गीत अधूरे रह गए,
जैसे तुम्हारी यादों ने सुरों को चुरा लिया।
आँखें कहती हैं वो कहानी,
जो होंठ छुपाने की कोशिश करते हैं।
आँसुओं ने लिख दी दर्द की दास्ताँ,
पर कोई पढ़ने वाला नहीं है।